History of Modern India by Bipan Chandra द्वारा लिखित Bipan Chandra History of Modern India PDF Download कर सकते है, बिपिन चन्द्रा आधुनिक भारक का इतिहास हिन्दी मे नीचे उपलब्ध है, जिसे बिना किसी समस्या के फ्री मे डाउनलोड कर सकते है।आपको बता दे की उपलब्ध PDF Notes व Bipan Chandra Modern History in Hindi PDF मे है, नीचे हम आपको बताएगे की इस नोट्स मे क्या क्या है, और परीक्षा की दृष्टि से किस प्रकार से प्रश्न बनते है, और कितनी मुख्य है, यह नोट्स तो सम्पूर्ण जानकारी को ध्यानपूर्वक पढे उपलब्ध जानकारी परीक्षा की दृष्टि से काफी बेहतर है।
History of Modern India by Bipan Chandra
1907 में कांग्रेस विभाजित हुई वह बंगाल में क्रांतिकारी आतंकवाद का उदय हुआ 1907 तक नरपंथी राष्ट्रवादियों की ऐतिहासिक भूमिका समाप्त हो गई नरपंथी आंदोलन की आम जनता में ना आस्था थी ना ही पहुंच यह कारण था कि स्वदेशी आंदोलन व बहिष्कार आंदोलन का नेतृत्व उनके हाथ में नहीं था।
उनका विश्वास था कि वह हुकूमत पर दबाव डालकर राजनीतिक व आर्थिक सुधार लागू करवा लेंगे नरपंथी आंदोलनकारियों की असफलता का मुख्य कारण था कि राजनीतिक घटनाओं के अनुरूप हुए अपनी राजनीति में आवश्यक बदलाव नहीं ला पाए। यह युवा पीढ़ी को अपने साथ नहीं ले सके शुरू में कांग्रेस के प्रति अंग्रेजों का रवैया नरम था पर जैसे ही कांग्रेस का दायरा बड़ा हुए इसके आलोचक हो गए राष्ट्रवादीओं को “गद्दार” ” ब्राम्हण” और कांग्रेस को राजद्रोह का कारबाना बताया गया यह कुर्सी ना पाने में विश्व कुछ लोग तथा कुछ असंतुष्ट वकील हैं जो अपने सिवा किसी और का प्रतिनिधित्व नहीं करते कांग्रेसी के बारे में।
- वायसराय डफरिन – कांग्रेश मुट्ठी भर संभ्रांत लोगों का नेतृत्व कर रही थी
- जॉर्ज हैमिल्टन (गृह सचिव) – कांग्रेस को राजद्रोही व दोहरे चरित्र वाला कहा इसी समय लड़ाकू अथवा गरम पंथी विचारधारा पनपने लगी वह कांग्रेस नेता अपने को इस विचारधारा से अलग रखने लगे।
बाकी का नीचे pdf मे प्रस्तुत है।
1914 में जब प्रथम विश्व युद्ध छिड़ा उस समय यह धारणा थी कि ब्रिटेन पर संकट भारत के हित में है उत्तरी अमेरिका में गदर क्रांतिकारियों और भारत में तिलक तथा एनी बेसेंट ने इस मौके का लाभ उठाया।
गदर क्रांतिकारियों ने सशस्त्र संघर्ष व स्वदेशी संगठनों ने आंदोलन छेड़ा। उत्तरी अमेरिका का पश्चिमी सागर तट पर 1914 के बाद से पंजाबी अप्रवासी बसने लगे गांव से आए लोगों में से ज्यादातर को कनाडा व अमेरिका में घुसने नहीं दिया जिन्हें बसने की इजाजत मिली उनके साथ अत्याचार हुआ और राजनीति नेताओं ने भी उनका साथ नहीं दिया। भारती गृह सचिव ने भारतीयों के विदेश में बसने पर प्रतिबंध लगाने की मांग की ताकि भारतीय समाजवादी विचारधारा से प्रभावित ना हो सके।
- 1908 में कनाडा में भारतीयों के घुसने का प्रतिबंध लगा।
- रामनाथ पुरो “सरकूलर-ए-आजादी” बाद “स्वदेशी आंदोलन” का समर्थन किया।
- तारक नाथ दास ने एक ओवर में श्री हिंदुस्तान शुरू किया।
- INDIAN History (क्रांतिकारी आन्दोलन)
Bipan Chandra History Book PDF Download
- ‘होम रूल लीग’ आन्दोलन
- गाँधी : दक्षिण अफ्रीका रोलेट सत्याग्रह तक
- असहयोग आंदोलन 1920-22
- भारत का मजदूर वर्ग और राष्ट्रीय आंदोलन
- गुरुद्वारा सुधार व मंदिर प्रवेश आंदोलन
- राष्ट्रीय आंदोलन में ठहराव के वर्ष
- कांग्रेस विभाजन तथा क्रांतिकारी आतंकवाद का उदय
- प्रथम विश्वयुद्ध और भारतीय राष्ट्रवाद : ग़दर आन्दोलन
- किसान आंदोलन और राष्ट्रीय स्वाधीनता संघर्ष उ. प्र. मालाबार और बारदोली
- भगत सिंह, सूर्य सेन और अन्य क्रांतिकारी
Book Name | History of Modern India |
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Author | Bipan Chandra |
Size | 7 MB |
Pages | 48 Pages |
Quality | Good |
Format | |
Language | Hindi |
Modern India History Bipan Chandra
- Policies of the British Empire in India, 1757—1857
- Administrative Organisation and Social and Cultural Policy
- Growth of New India—The Nationalist Movement 1858—1905
- The Decline of The Mughal Empire
- Indian States and Society in The 18 Century
- The Beginnings of European Settlements Chapter
- Growth of New India Religious and Social Reform After 1858
- Nationalist Movement 1905—1918
- Social and Cultural Awakening in the First Half of the 19th Century
- ^ The Revolt of 1857
- Administrative Changes After 1838
- India And Her Neighbors
- Economic Impact of the British Rule
- The British Conquest of India CMAPTIR V
- The Structural of the Government and the Economic
- Struggle for Swaraj
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