आज के इस लेख मे Rajasthan Geography सम्बन्धित Rajasthan Geography GK in Hindi मे उपलब्ध है, तथा Rajasthan Geography PDF Download भी कर सकते है, तो इस टापिक मे नीचे राजस्थान से सम्बन्धित सम्पूर्ण भूगोल के बारे मे विस्तार से जानकारी के साथ साथ नोट्स भी प्रस्तुत की गई है, कृपया सम्पूर्ण जानकारी को ध्यानपूर्वक पढे।
Rajasthan Geography
राजस्थान के लिए सर्वप्रथम जार्ज थॉमस के द्वारा 1800 ईं में राजपुताना शब्द का प्रयोग क्या गया। जिसका उल्लेख हमें विलियम फ्रेंकलिन की पुस्तक मिलिट्री मैम्बायर्स ऑफ मिस्टर जार्जथॉमस (1805) में मिलता है। राजस्थान के लिए सर्वप्रथम राजस्थान शब्द का प्रयोग कर्नल जेन्स टॉड के द्वारा 1829 ईं में अपनी पुस्तक द एनल्स एण्ड एण्टीक्यूटीज ऑफ राजस्थान में मिलता है। हमारे राज्य के लिए सर्वप्रथम राजस्थान शब्द का प्रयोग 25 मार्च 1948 (राजस्थान संघ) को दिया गया। 30 मार्च 1948 को लगभग राजस्थान का एकीकरण पूर्ण हो गया। इस दिन राजस्थान की चार बड़ी रियासतें- जोधपुर, जयपुर, जैसलमेर, बीकानेर को ब्रहत राजस्थान में मिलाया।इसी कारण 30 मार्च को राजस्थान स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है।
Rajasthan Geography in Hindi
- 26 जनवरी 1950 को हमारे संविधान में हमारे राज्य के लिए राजस्थान नाम दिया गया।
- 01 नवम्बर 1956 को राजस्थान को एकीकरण पूरा हुआ और इस दिन राजप्रमुख के पद को समाप्त किया गया एवं राज्यपाल का पद गठित किया। गया।
- सरदार गुरूमुख निहाल सिंह महाराजा सवाई मानसिंह ने शपथ दिलवाई।
- राजस्थान की आकृति विषमकोणीय चतुर्भुजाकार पतंगाकार (पतंग के समान)
- राजस्थान भारत के उ. प. दिशा में स्थित है, जिसका कुल क्षें. 3,42,239 वर्ग
- किलोमीटर है, जो कि भारत का 10.41%( 1/10 भाग) है।
- राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। जो कि 1 नबम्बर 2000 को एम.पी. से छत्तीसगढ के अलग होने पर बना।
Rajasthan Samanya Gyan GK PDF Download
Important Questions of Rajasthan Geography
- तेलंगाना- 2 जून 2014 को बना
- उत्तराखण्ड़- 9 नवम्बर- यू.पी से अलग
- झारखंण्ड- 15 नवम्बर- बिहार से अलग
- छत्तीसगढ़- 1 नवम्बर- एम.पी. से अलग
राजस्थान का विस्तार
- कुल सीमा = 5920 किमी
- अन्तर्राष्ट्रीय सीमा = 1070 किमी
- अन्तर्राज्यीय सीमा = 4850 किमी
Rajasthan Geography PDF Download
About PDF | Details |
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Size | 1 MB |
Pages | 33 Pages |
Language | Hindi हिन्दी |
PDF Owner | Springbard Academy (Jaipur) |
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- रंगानगर
- बीकानेर
- जैसलमेर
- बाडमेंर
- सिन्ध राज्य = मीरपुर- राजस्थान के साथ सबसे कम सीमा
- खैरपुर- सबसे दूर मुख्यालय
- पंजाब राज्य =बहावलपुर- राजस्थान सीमा के सबसे नजदीक मुख्यालय
- बहावलपुर की राजस्थान के साथ सबसे ज्यादा सीमा
- रेवाड़ी
- गुड़गॉव
- महेन्द्रगढ़
- भिवानी
- हिसार
- सिरसा
- कतेहाबाद
- आगरा
- मथुरा
- झाबुआ
- रतलाम
- मन्दसौर
- श्योपुर
- नीमच
- राजगढ़
- गुना
- शिवपुर
- शॉजापुरा
- मुरैना
- कच्छ
- बनासकॉठा
- साबरकॉठा
- दाहोद
- पंचमहल
- फिरोजपुर
- मुक्तसर
- पंजाब से सर्वाधिक सीमा- हनुमानगढ़
- न्युनतम सीमा- गंगानगर
- हरियाणा से सर्वाधिक सीमा- हनुमानगढ़
- न्युनतम सीमा- जयपुर
- उत्तर प्रदेश से सर्वाधिक सीमा- भरतपुर
- न्युनतम सीमा- धौलपुर
- मध्य प्रदेश से सर्वाधिक सीमा- झालावाड़
- न्युनतम सीम- भीलवाड़ा
- गुजरात से सर्वाधिक सीमा- उदयपुर
- न्युनतम सीमा- बाड़मेर
- पूरी अन्तर्राज्यीय सीम में सर्वाधिक सीमा झालावाड़ा की एवं सबसे कम बाड़मेर की लगती है।
- हनुमानगढ़ = पंजाब, हरियाणा
- भरतपुर = हरियाणा, उत्तर प्रदेश
- धौलपुर = उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश
- बांसवाड़ा = मध्यप्रदेश ब गुजरात
राजस्थान के दो जिले ऐसे है, जो अनतर्राष्ट्रीय सीमा एवं अन्तर्राज्यीय सीमा से लगते है- गंगानगर, बाडमेर
- जोधपुर
- नागौर
- अजमेर
- टोंक
- बूंदी
- पाली
- राजसमन्द
- दौसा
- 1 नवम्बर 1956 – अजमेर 26 वां जिला ( जयपुर से अलग )
- 15 अप्रैल 1942 – धौलपुर 27वां जिला ( भरतपुर से अगल)
- 10 अप्रैल 1991- बारां 28वां जिला ( कोटा से अलग )
- दौसा 29वां जिला ( जयपुर से अलग )
- राजसमन्द 30वां जिला ( उदयपुर से अगल )
- 12 जुलाई 1994- हनुमानगढ़ 31वां जिला ( गंगानगर से अलग )
- 19 जुलाई 1997- करौली 32वां जिला ( सवाईमाधोपुर व भरतपुर से अलग )
- 26 जनवरी 2008- प्रतापगढ़ 33वां जिला ( उदयपुर, बांसवाडा चितौड़ से अलग)
Rajasthan संभाग व्यवस्था
- राज स्थान में सर्वप्रथम संभागीय व्यवस्था को 1949 ई. में प्रारम्भ किया गया।
- इस समय राज स्थान में केवल 5 संभाग थे।
- 1 नवम्बर 1956 ई. को एकीकरण पूरा होने पर 6वां संभाग अजमेंर को बनाया गया।
- 1962 ई. में मोहन लाल सुखा डिया द्वारा संभागीय व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया, तथा 1987 ई. में पुनः हरिदेव जोशी सरकार के द्वारा संभागीय व्यवस्था को प्रारंभ किया गया।
- 4 जून 2005 को भरतपुर को नया संभाग बनाया गया-
- जिसे भरत पुर धौलपुर जयपुर संभाग से एवं करौली, सवाई माधोपुर, कोटा संभाग से लिये गये।
- बीकानेर संभाग– बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ चुरू।
- जोध पुर संभाग– जोधपुर जैसलमेर, बाड़मेर, सिरोही, पाली, जालौर।
- अजमेर संभाग– अजमेर, नागौर, टोंक भालवाड़ा।
- उदयपुर संभाग– उदयपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, चित्तौड़गढ़, डूगरपुर, राजसमन्द।
- कोटा संभाग– कोटा, बूंदी, झालावाड, बारा।
- जयपुर संभाग– जयपुर, अलवर, सीकर, झुनझुन, दौसा।
- भरतपुर संभाग– भरतपुर, करौली, धौलपुर, सवाई माधोपुर।
- क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा संभाग- जोधपुर
- सबसे छोटा संभाग- कोटा
- जन संख्या की दृष्टि से बडा संभाग- जयपुर
- छोटा संभाग- कोटा
- साक्षरता की दृष्टि से बडा संभाग- जयपुर
- छोटा संभाग- जोधपुर
- लिंगानुपात की दृष्टि से बड़ा संभाग- उदयपुर
- छोटा संभाग- भरतपुर
- जनसंख्या घनत्व की दृष्टि से बडा संभाग- जयपुर
- छोटा संभाग- जोधपुरवृद्धिदर सबसे ज्यादा- जोधपुर
- सर्वाधिक क्रिया शील जनसंख्या वाला संभाग- उदय पुर
राजस्थान के भैगोलिक उपनाम
छप्पन का मैदान-
प्रताप गढ़ व बांसवाड़ा में माहीनदी के किनारे एवं गांव व नदी व नालों का समूह छप्पन का मैदान कहलाता है।
कांठल–
प्रतापगढ़ में माही नदी के किनारे का क्षेत्र।
उपरमाल-
बिजौलिया (भीलवाड़ा) से भैसरोडगढ़ (चित्तौडगढ़) के मध्य का भू-भाग उपर
उठा हुआ होने के कारण उपरमाल कहलाता है।
देशहरो-
उदयपुर में जरगा एवं रागा पहाडियों के बीच का भू-भाग सदा हरा-भरा रहने के कारण देशहरों कहलाता है।
गिरवा–
उदय पुर के चारों तरफ तश्तरीनुमा बेसिस होने के कारण उसको स्थानीय भाषा में गिरवा कहा जाता है।
मेंवल–
डूंगपुर व बांसवाडा के चारों तरफ छोटी-छोटी पठाड़ियो को मेवल कहा जाता है।
तोरावटी–
शेखावाटी क्षेत्र में कॉतली नदी के प्रवाह क्षेत्र को अपनी राजधानी बनाया गया, जिसे वर्तमान में नगरी कहा जाता है, जो कि चित्तौड़ में है।
मारवाड़–
वर्तमान में जोधपुर, बीकानेर, बाड़मेर, पाली व नागौर के कुछ क्षेत्र।
मेवाड़– उदयपुर, राजसमन्द, भीलवाडा, प्रतापगढ, चित्तौडगढ़
हाडौती– कोटा, बूंदी, बारा, झालावाड।
मेवात प्रदेश– अलवर, भरतपुर।
जांगल प्रदेश– बीकानेर, जोधपुर।
मेदपाट– उदयपुर।
कुरूप्रदेश– अलवर।
ढूँढाड़– जयपुर में ढूंढी नदी के पास का क्षेत्र ढूँढाड कहलाता है।
शूरसेन– भरतपुर व धौलपुर।
गोपालपाल– करौली।
नदी क्षेत्र– गंगानगर, हनुमानगढ़।
शेखावाटी– सीकर, चुरू, झुन्झुन।
अहीरवाटी– अलवर।
माण्ड प्रदेश– जैसलमेंर बीकानेर।
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