Stubble Purchases in UP – उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को बड़ा फायदा प्रदान करेगी। अब उत्तर प्रदेश सरकार भी किसानों से पराली की खरीदारी शुरू करने जा रही है। अभी तक उत्तर प्रदेश में पराली को लेकर किसानो को बड़ी चिंता हो रही थी कि धान की पराली इतनी ज्यादा है और इसका क्या करें तो उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पर बड़ा निर्णय लिया और अब हरियाणा राज्य के बाद उत्तर प्रदेश सरकार भी पराली की खरीद शुरू करने जा रही है। इससे किसानों को बड़ा फायद मिलेगा। पराली को जलाना भी नहीं पड़ेगा। और किसानों को पैसे भी मिलेगें। इससे सम्बन्धित पूरी जानकारी इसी पोस्ट के माध्यम से विस्तार से पढ़ें।
Kisan Happy News
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार अब किसानों से पराली की खरीद करेगी। जिससे प्रदेश में पराली जलाने कारण बढ़ते प्रदूषण को भी रोकने में मदद मिलेगी। और पराली के बदले किसानों को अच्छे पैसे भी मिलेगें। अब किसान पराली को जलाने के बदले इसे बेंचकर अच्छे पैसे कमा पाएंगें। पराली का मूल्य 200 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों से पराली खरीदी जाएगी। हालही में एक किसान से 10 टन पराली की खरीद की गई है जिसमें किसान को 15 हजार रूपये का भुगतान किया गया है। जिला प्रशासन भी इस पर किसानों की मदद कर रहा है। और किसानों को पराली न जलाने परंतु उसे बेचने के लिए जागरूक कर रहा है।
Kisan Happy News By Government
जैसा कि आपको पता होगा कि राज्य सरकार पराली जलाने और प्रदूषण फैलाने वाले किसानों के ऊपर भारी जुर्माना लगा रही है। ऐसे में अगर आप अपनी पराली को सरकार को बेच देते हैं तो आप भारी जुर्माने से बच सकते हैं। और साथ ही पराली बेंच कर अच्छे पैसे भी कमा सकते हैं। इसके लिए राज्य में कई अलग – अलग केंद्र भी बनाएं गए हैं। जहां पर आप अपनी पराली को बेंच सकते हैं।
पराली खरीद के लिए राज्य में कई जगहों पर पराली खरीद के केंद्र स्थापित किए जाने की योजना है। पराली खरीदने का जिम्मा शुभन बायो एनर्जी देवरिया और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने लिया है। जो किसानों से पराली की खरीद करेंगें। इसके लिए किसानों को 200 रूपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा जाएगा। और अगर किसान अपने खेत पर ही पराली बेंचना चाहते हैं तो इसके लिए 150 रूपये प्रित क्विंटल के मूल्य पर पराली बेंच सकते हैं। इससे राज्य और देश में पराली जलाने से होने वाले प्रदूषण को रोका जा सकता है। अगर किसान खेतों में पराली को जलाते हैं तो इससे फसल पैदावार में 15 से 20 प्रतिशत फसल की पैदावार भी कम होगी। आशा है आप जागरूक हैं फसल पैदावार कम होने और प्रदूषण को रोकने में सहयोग करेंगें।
Follow Google News | Click Here |
Whatsapp Group | Click Here |
Youtube Channel | Click Here |
Click Here |