भारत के अलावा विश्व मे भी क्लाइमेट चेन्ज के कारण मौसम मे भारी परिवर्तन देखने को मिलता है, ऐसे मे अभी हाल ही मे एक मिडिया रिपोर्टस ने कुछ आकडे प्रस्तुत किए जा काफी ज्यादा डरावने लगे क्योकी ऐसा आकडो के अनुसार जिक्र किया जा रहा है, की भारत के 5-10 राज्य पानी मे डूब जाएगे इस मामले को लेकर कई बडी खबरो को जारी किया है, जिसे आपको समय रहते ध्यान देना आवश्यक है, क्योकी ऐसा किस शहरो और कौन कौन से राज्यो मे हो सकता है, मौसम विभाग द्वारा इस अपडेट को कई वर्षो पहले भी जारी किया गया था नीचे दि जाने वाली सम्पूर्ण खबरो को ध्यान दें।

Weather News Update
मुंबई का मरीन ड्राइव और चेन्नई का मरीना बीच है, जिसके एक और समुंदर ही समुंदर है, पर यही समुंदर आने वाले समय मे बडा खतरा बन सकता है, मुंबई के लिए। रिपोर्ट द्वारा दावा किया जा रहा है, की अगले आठ साल. यानी 2030 तक मुंबई, मैंगलोर, चेन्नई, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम और विशाखापत्तनम का तटीय इलाका छोटा हो जाएगा जो धीरे धीरे बढते समुद्र के जलस्तर के कारण होगा। भारत मंत्रालय द्वारा जारी डाटा के अनुसार पृथ्वी के हिन्द महासागर मे सन 1874 से पानी 3.3 मिलीमीटर की गति से बढ रहा है, और अब यह थोडा तेजी से बढोत्तरी कर रहा है। मौसम विज्ञानी कहते हैं कि समुद्री जलस्तर बढ़ने की वजह ग्लोबल वॉर्मिंग है क्योकी तापमान बढने के कारण बर्फ के पिघलने की गति मे तेजी हो रही है, जिससे आने वाले समय मे बडी भयंकर मंजर देखने को मिलेगा। भारत के पश्चिमी तटों पर पिछले चार साल में चक्रवातों की संख्या 52 फीसदी बढ़ी है.
ग्लोबल वार्मिग से बडा खतरा
क्या है, ग्लोबल वार्मिक यह सवाल बहुत से लोगो के मन मे होता है, तो आपको बता दे ग्लोबल वार्मिंग को आप वातारण बदलाव कह सकते है, इसमे वैश्विक तापमान में वृद्धि से तूफान, बाढ़, जंगल की आग, सूखा और लू जैसे वातावरणीय समस्या आने वाले भविष्य मे हो सकती है, तथा सबसे बडा कारण देश मे बढते प्रदुषण के कारण पृथ्वी का तापमान बढने का प्रमुख कारण है, जो पृथ्वी को दिन प्रतिदिन गर्त मे ले जा रहा है। अभी हाल ही मे आए वर्ष 2023 के सबसे बडे तुफान बिपरजाय जो कई राज्यो मे भारी तबाही मचा चुका है ऐसे मे भारत के अलावा विश्व को इसकी चिन्ता करना जरुरी है, ग्लोबल वार्मिंग के खतरे को कम करे तथा पृथ्वी के बारे मे सोचे जिसमे सरकार के साथ साथ प्रत्येक व्यक्ति को इस मामले को गंभीर रुप से लेना होगा।