Free Engineer Diploma : 12वीं पास 1 रुपये मे बनेगे इंजिनियर पैसो की चिंता खत्म जल्द जाने पूरी जानकारी
Engineer Bane : बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी निकल कर आई है। जो आपकी किस्मत बदल कर रख देगी। आपको बता दें कि अब एक रूपये में इंजीनियर बनेंगी एससी एवं एसटी छात्राएं, इसके लिए प्रविधिक शिक्षा मंत्री ने यह बातें शुक्रवार को विभागीय समीक्षा में कहीं है। अब पिछड़ा वर्ग की छात्राओं के लिए अपनी पढ़ाई को आगे ले जाने में कोई परेशानी नहीं होगी। क्योंकि अब सिर्फ एक रूपयें वह अपनी इंजीनियरिंग कि पढ़ाई को सुचारू रूप से कर सकती हैं। इससे सम्बन्धित पूरी जानकारी को नीचे दिए गए पोस्ट के माध्यम से विस्तार से जाने।
1 रुपये मे इंजिनियर बने
प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने कहा है कि प्रदेश के सभी प्राविधिक विश्वविद्यालयों व राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों की सभी शाखाओं में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग की छात्राओं को मात्र 1 रूपये में शिक्षा उपलब्ध कराने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इस पर आने वाले व्यय को समस्त कॉलेज अपने अलावा तीन महीने के अंदर प्रदेश में अंतराष्ट्रीय स्तर के फार्मास्यूटिकल एंड बायो इंजीनियरिंग रिसर्च सेंटर की स्थापना कराई जाएगी। प्रविधिक शिक्षा मंत्री ने यह बातें शुक्रवार को विभागीय समीक्षा में कहीं।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का संकल्प है कि आत्मनिर्भर भारत के सपने का साकार करने के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण जरूरी है। इसी के तहत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग की छात्राओं को कम शुल्क में गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए प्रस्ताव किया जा रहा है। इसे जल्द से जल्द लागू कराया जाएगा।
इंजिनियरिंग प्रक्रिया
उन्होंने राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजो में पहले से चल रही भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने व एक नई कमेटी बनाने के निर्देश भी दिए हैं। उन्होंने कहा कि सभी चयन प्रक्रिया को पारदर्शी व नियम संगत बनाया जाए और अगले पांच वर्षों की कार्ययोजना सभी इंजीनियरिंग कॉलेज व प्राविधिक विश्वविद्यालय तैयार करें। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के बच्चों का दूसरे राज्यों में शिक्षा के लिए पलायन रोकने के लिए प्रदेश में ही गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने की बात कही है। उन्होंने गुणवत्ता का मापदंड बढ़ाने के लिए एनबीए और एनएससी एक्रेडिटेशन पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा।
उन्होने इंजीनियरिंग कॉलेजों की रैकिंग कराने के भी निर्देश दिए। साथ ही उप कुलपति व निदेशक को जवाबदेह बनाए जाने पर जोर दिया। इसके अलावा उन्होंने प्राविधिक संस्थाओं में बेहतर पठन – पाठन व शिक्षकों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए बायोमीट्रीक उपस्थिति लागू करने के निर्देश दिए।