बिजली संकट पर बडी खबर : अंधकार मे हो जाएगे ये राज्य 40 बिजली संयंत्र मे केवल 10% कोयला

बिजली संकट इस वक्त गर्मीयो मे कोयले की सप्लाई के कारण बहुत बडी समस्या देखी जा रही है, ऐसे मे बहुत से राज्यो मे बिजली की कटौती हो रही है इसका प्रमुख अप्रैल कारण कोयला से सम्बन्धित है, ऐसे मे आज एक बहुत ही बडी खबर जारी की गई है, जिसे भारत के सभी नागरिको को ध्यान देना अत्यन्त जरुरी है, ऐसे मे बढते बिजली संकट की सभी जरुरी खबरो और जानकारी को हम साझा कर रहे है, क्या है बडी खबर नीचे हमने सभी कुछ बताया है, आपको ध्यान देना अत्यन्त जरुरी है।

BIJLI SANKAT

बिजली संकट

देश मे कोयला संकट के कारण बिजली संकट गहराता जा रहा है, नेशनल पावर पोर्टल NPP की रिपोर्ट के अनुसार देख मे आयातित कोयले पर निर्भर 3041 मेगावाट बिजली उत्पादन की क्षमता वाले 8 संयंत्र बंद पडे है। वही घरेलू कोयले पर निर्भर 88 बिजली संयंत्र ऐसे है जहॉ कोयले के गंभीर संकट है। आयातित कोयले पर निर्भर 15 संयंत्रो मे से 8 संयंत्र बंद पडे है।

173 बिजली संयंत्रो मे से 108 संयंत्रो मे कोयले का भंडार गंभीर श्रेणी मे है। इसमे से 150 संयंत्र ऐसे है, जो घरेलू कोयले पर निर्भर है। 40 संयंत्र मे सिर्फ 10% कोयले का भंडार है। कोयले के गंभीर संकट से 30 अप्रैल को देश मे 5816 मेगावाट बिजली की किल्लत रही।

कोयला संकट

17 दिन मे एमयू बढा बिजली संकट कोयला संकट के बीच 29 अप्रैल को बिजली की मॉग बढकर 2017 गीगावाट हो गई थी। 28 अप्रैल को ये मांग 183 गीगावाट थी। एक साल पूर्व पीक मे बिजली की मांग 183 गीगावाट थी। देश मे 12 अप्रैल को 100 मिलियन यूनिट बिजली का संकट था जो 29 अप्रैल यानि 17 दिन मे 2014.12 मिलियन यूनिट हो गया था। पीक मे 29 अप्रैल को कुल 8120 मेगावाट बिजली का संकट रहा।

  • 108 बिजली संयंत्रो मे कोयले का भंडार गंभीर श्रेणी मे पहुचा।
  • 88 बिजली संयंत्र ऐसे है, जहा कोयले का गंभीर संकट बना हुआ है।
  • 30 अप्रैल को देश मे 5816 मेगावाट बिजली की किल्लत रही।

बिजली संकट सम्बन्धित इस खबर से आपको अंदाजा लग गया होगा की वास्तव मे समस्या क्या है, ऐसे मे इस जानकारी को दिए गए शेयर बटन की मदद से जल्द से जल्द लोगो को शेयर जरुर करें।

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