Education Policy Syllabus Change : स्कूलो मे बदल गया पाठ्यक्रम ये चप्टर हटाए गए अब नई शिक्षा नीति
NCERT Change the Syllabus Many Subject – नेशनल कॉउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने अपने पाठ्य क्रम कई सारे बदलाव किए हैं। यह बदलाव कई विषय से कुछ ऐसे पाठ को हटा दिए हैं जो काफी समय से पढ़ाये जा रहे थे। परंतु कुछ ऐसे पाठ थे जो कि बच्चों के भविष्य के लिए काफी प्रतिकूल था। देशभर में विषय पाठ्यक्रम में बदलाव होना बहुत ही आवश्यक है। क्योंकि स्कूलों में ऐसे विषयों और पाठों का अध्ययन कराया जाता था जो कि स्वदेश संस्कृतिक और आने वाले भविष्य की आवश्यकताओं की दृष्टि से पूरी तरह से अक्षम असमर्थ अपर्याप्त है। इससे सम्बन्धित पूरी जानकारी इसी पोस्ट के माध्यम से विस्तार से पढ़ें।

Education Policy Syllabus Change
आपको बता दें कि NCERT नेशनल कॉउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने अपने पाठ्यक्रम में पिछले सत्र में ही बदलाव करने की घोषणा की थी। परंतु नेशनल कॉउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग ने अपनी नई पुस्तकें कोरोना काल के चलते लागू नहीं की थी। लेकिन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् ने अपने विषय पाठ्यक्रम में बदलाव जानकारी वर्ष 2022 में ही दे दी थी। जो कि नए शैक्षणिक सत्र 2023 और 24 से लागू कर दिया गया है। इसके तहत विषय पाठ्यक्रम के कई सारे पाठ को हटा दिया गया है। इसी जानकारी उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् की अधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड कर दिया गया है।
School Syllabus Change Now
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद् द्वारा विषय पाठ्यक्रम में किए गए बदलाव में कक्षा 12 की कुछ मुख्य विषयों से कुछ पाठ्यक्रम को हटा दिया है। जिसमें हिन्दी, इतिहास, विज्ञान, नागरिक शास्त्र और गणित जैसे विषयों के पाठन सामग्री में बदलाव किया गया है। अब 2023 और 24 नए सत्र में उन सभी विद्यालयों में विषयों के पाठ्यक्रम में परिवर्तन देखने को मिलेगा। जहां पर NCERT की पुस्तकें पढ़ाई जाती है। इस बदले गए पाठ्यक्रम में अब बच्चों के भी पढ़ने में आसानी होगी। इतिहास जैसे विषय में कई तरह के युध्द और मुगल साशकों के ही गुणगान पढ़ने को मिलते थे यह पूरी तरह से एकपक्षीय था। परंतु इसमें भारतवर्ष को अभिव्यक्तिन नहीं मिल पायी। अब नए सत्र से जिन विद्यालयों में एनसीईआरटी की पुस्तकें लागू है वहां पर विषयों के पाठ्यक्रम में बदलाव देखने को मिलेगा। और भारी – भरकम पाठ्यक्रम से भी राहत मिलेगी।