बहुत से लोग बडे होकर यह सोचते है, की कास कोई हमे बता देती की कम उम्र मे अमीर कैसे बने तो हर किसी की कॉलेज लाइफ फ्लैक्स वाली नहीं होती। ज्यादातर लोगों के ऊपर कॉलेज के बाद जल्द से जल्द जॉब पाने और फाइनैंशली स्टेबल होने का प्रेशर होता है। फ्लैट्स कल्चर में खुद को डिस्ट्रॉय करने से तो लाख बेहतर है की हम खुद को फाइनैंशली स्टेबल करने के लिए थोड़ा सा प्रेशर ले ले। आप सिर्फ जॉब से फाइनैंशली स्टेबल नहीं हो सकते। इसके लिए आपको कुछ एक्स्ट्रा करने की जरूरत होगी। अब इससे ख्याल आता है कि फिर तो बिज़नेस ही किया जाए, लेकिन बिज़नेस खड़ा करने के लिए आपको अच्छा खासा अमाउंट चाहिए होगा। हर किसी के लिए सैलरी में से इतना बड़ा अमाउंट निकाल पाना आसान नहीं है।
और हर किसी को सहारा देने के लिए कोई खड़ा भी नहीं है। आपको ये जानकर हैरानी होगी कि वॉरेन बफेट ने महज 11 साल की उम्र में इन्वेस्टमेंट करना शुरू कर दिया था और आज उनके पास लगभग 103 बिलियन डॉलर की नेटवर्क है। जब हम अपने 20 वर्ष के होगे तो ये एज ग्रोथ की होती है। लेकिन यही वक्त है जब हम जॉब मार्केट मे घुसते हैं और एहसास होता है कि यही वो एज है कि जहा आपको क्या करना है ताकि आप अपने बिल्स दे सके, अपनी ख्वाहिशों की जिंदगी गुजार सकें। इन्ही सब चीजो व कुछ महान सक्सेसफुल लोगो द्वारा बताए गए उनके कुछ व्याख्यानो के बारे मे बताएगे जो हर किसी की जिन्दगी के लिए अत्यन्त जरुरी होता है।
कब उम्र मे अमीर कैसे बने
कुछ स्मार्ट वाली चीज़ो को अपनाकर आप अपने पैसे को काम पर लगा सकते हैं। वारेन बफेट की नेटवर्क हो 103 बिलियन डॉलर में से 100 बिलियन डॉलर उन्होंने अपनी 65 की उम्र के बाद कमाए हैं और ये हुआ है इन्वेस्टमेंट से। अब सवाल उठता है कि इन्वेस्टमेंट अमीर होने के लिए एक जरूरी और आसान तरीका है तो यह काम किया कैसे जाए और कितना इन्वेस्टमेंट किया जाए? खास तौर पर हम फोकस करेंगे कि हम अपने 18 वर्ष के पहले की उम्र में कैसे इन्वेस्टमेंट करें।फाइनेन्स हमारी लाइफ का एक बहुत बड़ा हिस्सा है अपने 18 वर्ष की पहली की उम्र में इन्वेस्टमेंट स्टार्ट करने के लिए क्या करना है, इस बारे में हम छ स्टेप में बात करेंगे।
अमीर बनने की बेस्ट स्किल
सबसे पहला स्टेप है अपने इन्वेस्टमेंट गोल को पहचानिए। कुछ लोगों को हर साल घूमना होता है, कुछ लोगों को बढ़िया कार चाहिए होती है, किसी को बड़ा घर बनाना होता है, किसी को इनमें से हर चीज़ चाहिए होती है और जल्दी रिटायर भी होना होता है। ये चीज़ आपके इन्वेस्टमेंट प्लैन पर डिपेंड करती है कि इनमें से क्या पूरा हो पाएगा।
और क्या नहीं इसमें एक और चीज़ होती है। शोर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट और लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट टेंपरेरी गोल के लिए आप शोर्ट टर्म इन्वेस्टमेंट चुन सकते हैं और रिटायरमेंट गोल के लिए आप लॉन्ग टर्म गोल प्रिफर करेंगे। जब इन्वेस्टमेंट की बात आती है तो रिस्क को इससे अलग किया ही नहीं जा सकता। आपको ये भी जानना होगा कि आप कितना रिस्क ले सकते हैं। जब आप अपने 18 की उम्र से पहले वाली उम्र में होते हैं तो रिस्क लेने की कपैसिटी भी ज्यादा होती है। लॉन्ग गोल के लिए स्टॉक जैसे रिस्की जगह पर फोकस करना ज्यादा बेहतर होगा। खासतौर पर तब जब आप जल्दी स्टार्ट कर रहे हो। एक बार जब आप प्लैन बना लें तो किसी खास तरह के अकाउंट की तरफ बढ सकते हैं।
अमीर बनने के लिए जरुरी बाते
इम्प्लॉयर जो रिटायरमेंट प्लान ऑफर करता है, उस पर फोकस कर सकते हैं। इस तरह के प्लान में आपको टैक्स एडवांटेज होता है और इसमें कंपाउंडिंग का भी फायदा मिलता है। अगर आप इसमें बहुत ज्यादा इन्वेस्ट नहीं कर सकते तो छोटी शुरुआत कीजिए। वक्त के साथ यह छोटी शुरुआत भी बहुत मायने रखती है। जब आपका कैरिअर ग्रोथ हो और आपकी इनकम बढ़े तो आप इसमें भी कॉन्ट्रिब्यूशन कर सकते हैं।
एमर्जेंसी फंड : इसकी जरूरत आपको कभी भी पड़ सकती है। हो सकता है कि आपको प्राइऑर नोटिस ना मिल पाए। ये पैसा किसी ऐसी जगह होना चाहिए जहाँ पैसा मार्केट की शर्तों और नियमों में फंसा नहीं हो। ऐसी जगह की तरह है आपका पैसा ज्यादा रिटर्न नहीं दे सकता, लेकिन सेविंग अकाउंट, सीडी और मनी मार्केट अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
अगर आप चाहते हैं कि आपका पैसा अवेलेबल हो तो उसे स्टॉक मार्केट में नहीं इन्वेस्ट करना चाहिए। ऐसी किसी जगह इन्वेस्ट कीजिए जहाँ पैसा आसानी से अवेलेबल हो। हाँ आपको कुछ पोटेंशिअल ग्रोथ सैक्रिफ़ाइस करना पड़ सकता है लेकिन अपने पैसों पर रिटर्न हासिल करना उतना इम्पोर्टेन्ट नहीं जितना अपना पैसा हासिल करना इम्पोर्टेन्ट है? वक्त के साथ अपनी सेविंग ज़ बढ़ाते रहिए।
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