Electricity Bill News Update – उत्तर प्रदेश में बिजली को लेकर हो रही चोरी को रोकने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। क्योंकि हो रही बिजली चोरी के कारण विद्युत विभाग काफी ज्यादा नुकसान उठाना पड़ रहा है। इस कारण से बिजली बिल की चोरी को रोकने के लिए विभाग की ओर से 5 से 9 किलो वॉट मीटर की एमआरआई (मीटर रीडिंग इंस्ट्रूमेंट) जिससे प्रदेश में हो रही बिजली चोरी का पता लगाया जा सके। और हो रही बिजली चोरी पर लगाम लगाया जा सके। इससे सम्बन्धित पूरी जानकारी इसी पोस्ट के माध्यम से विस्तार से पढ़ें।
UP Bijli Bill Big Update
आपको बता दें कि प्रदेश में बिजली चोरी को रोकने के लिए कई सारे कदम उठाए जा रहे हैं। बिजली मीटरों के लगे होने के बावजूद हो रही बिजली चोरी से बिजली विभाग परेशान है। इसी कारण विभाग ने मीटरों को चेक करने के लिए एक टीम का गठन किया है। सबसे पहले बनारस जिले में एमआरआई (मीटर रीडिंग इंस्ट्रूमेंट) की जाएगी जिसके लिए विद्यूत विभाग ने 45 मीटर रीड़रों की तैनाती की है। यह जिले में 5 से 9 किलो वॉट मीटर की रीडिंग करेंगें। और उपभोक्ताओं को मीटर की रीडिंग करके उसे बिलिंग पोर्टल पर भेजना होगा। इससे बिजली मीटर की प्रकार की समस्या या कोई गड़बड़ी सभी की जानकारी लगाई जा सकती है।
बिजली बिल को गलत तरीके से चलाने वाले प्रत्येक घर घर गॉव गॉव जाकर एक टीम चेकिंग शुरु कर दि है, जिसके बाद ज्यादातर लोग इसमे पकडे भी जा चुके है, समय पहले अगर आप भी बिजली चोरी करते है, तो सतर्क हो जाए लाखो रुपये का जुर्माना भी देना पड सकता है।
मीटरो का MRI होगा
बिजली मीटरों का एमआरआई कराने से कई चीजों की जानकारी निकलकर सामने आएगी। जिसमें कि कुछ उपभोकताओं के हित में होगी। और कुछ बिजली चोरों के लिए जो बिजली चोरी करते हैं उनका पता बहुत ही आसानी से लगाया जा सकता है। क्योंकि मीटर से ही बाईपास करके बिजली चोरी को अंजाम दिया जाता है। इसी को रोकने के लिए विद्युत विभाग तैयारी कर रहा है। बिजली मीटरों की एमआरआई से उपभोक्ताओं को मीटरों से आ रही समस्याओं से भी छुटकारा मिलेगा। और उपभोक्ताओं की सही बिलिंग होने लगेगी। साथ ही इन उपभोक्ताओं की वितरण एवं परीक्षण खंडों से मॉनीटरिंग होने लगेगी।
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